Wednesday, January 20, 2016

तुम

मेरा सबसे प्यारा तोहफा हो तुम,
जिस दिन से तुम्हे पाया है
जीवन की निराशाओं को आशाओं में बदलते देखा है मैंने,
मेरे होने का मतलब शायद तुझमें ही तो छुपा है
तुम लडती-झगडती ,हंसतीखिलखिलाती मेरे जीवन को धाराप्रवाह बनाती हो
और मै बहता हूँ बिना किसी रूकावट के

कभी
लगता है जैसे की मै किसी नदी सा हूँ और तुम मेरा किनारा
और साथ-साथ हम दूर चलते जा रहे हैं
मंजिल का पता हमें न मालूम हो लेकिन फिर भी
एक दुसरे से लिपटे हुए बहते चले जा रहे है 
तुम्हारा होना ही तो मेरे होने का वजूद है

तुम्हारी धड़कने मेरे कानों में गूंजती एक मधुर संगीत सी लगती है
और
मै इस संगीत में डूब कर सब कुछ भूल जाता हूँ
तुम्हारीं धड़कने ही तो शायद मेरे जीवन की रफ़्तार हैं

तुम्हारी आँखें मेरे सपनों का समुन्दर हैं
जिसकी गहराई मेरे सपनों को गाढ़ा कर देती हैं
और इन सपनों में मै अपना संसार संजोता हूँ
तुम्हारी आँखें ही तो शायद मेरे जीवन की रौशनी हैं


तुम्हारे साथ ही जिन्दगी की कहानी है
और तुम्हारे साथ ही ये जिंदगी बितानी है

1 comment:

  1. तुम्हारे साथ ही जिन्दगी की कहानी है
    और तुम्हारे साथ ही ये जिंदगी बितानी है

    वाह अद्भुत अभिव्यक्ति है...

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धूल में उड़ते कण

धूल में उड़ते कण -सुशांत