कुछ पल फ़ुरसत से
कुछ ख्याल फ़ुरसत के पलों के ,,,जो आपसे अन्छुवे से है
Friday, June 10, 2016
सपने सो रहे हैं ..
मैं गहरी नींद में हूँ -अंशु मालवीय
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धूल में उड़ते कण
धूल में उड़ते कण -सुशांत
धूल में उड़ते कण
धूल में उड़ते कण -सुशांत
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जिंदगी जीने के बहाने ना ढूंढिए, जमीं पर हर तरफ आग है , कश्तियों में बैठ किनारा ना ढूंढिए , बहुत खलिश है जज्बातों में अब , ...
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