जिन आँखों में ख्वाब हो ,
उनमे अब नींद कहा से आएगी ,
जब सारी दुनिया सो जाएगी ,
ये चुपके से उठ जाएगी ,
कुछ करने की चाहत होगी ,
कुछ पाने की आशा ,
तोड़ दुनिया की जंजीरे ,
अब देनी होगी मेहनत की परिभाषा ....
उनमे अब नींद कहा से आएगी ,
जब सारी दुनिया सो जाएगी ,
ये चुपके से उठ जाएगी ,
कुछ करने की चाहत होगी ,
कुछ पाने की आशा ,
तोड़ दुनिया की जंजीरे ,
अब देनी होगी मेहनत की परिभाषा ....
जंजीरें तोडनी ही होंगी ....
ReplyDeleteyap....very well written...
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