लक्ष्य अब ऐसा है बनाया ,
लड़ेंगे,मरेंगे हिम्मत अब ना हारेंगे ,
लक्ष्य अब ऐसा है बनाया ,
मुश्किलों के उस सफर पर ,
काँटों से भरी डगर पर ,
जिंदगी से लड़-झगड कर ,
दूर मंजिल की तरफ हम बढ़ चलेंगे ,
लक्ष्य अब ऐसा है बनाया,
आग फिर बरसाए जीवन ,
राह ना दिखलाये जीवन ,
जाल गर फैलाये जीवन ,
कर शपथ हम बढ़ चलेंगे ,
लक्ष्य अब ऐसा है बनाया ...
awesome.....very well done!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteकर शपथ हम बढ़ चलेंगे ,
ReplyDeleteलक्ष्य अब ऐसा है बनाया ...
सार्थक सोच और सार्थक रचना
सशक्त रचना...
ReplyDelete